ओ कान्हां, ओ कान्हां,
जाना नहीं,
गोकुल छोड़ के,
गोकुल छोड़ के,
बृजवासी सारे रोये,
ओ नंदलाला,
रोती हैं सखियाँ सारे,
रोते हैं ग्वाला,
ओ कान्हां, ओ कान्हां,
जाना नहीं,
गोकुल छोड़ के,
गोकुल छोड़ के.....
वृन्दावन में जाके,
रास रचाते हो,
रचाते हो,
रास रचाकर के घर,
वापस आते हो,
देवकी के लाला,
यसोदा ने पाला,
रोती हैं सखियाँ सारे,
रोते हैं ग्वाला,
ओ कान्हां, ओ कान्हां,
जाना नहीं,
गोकुल छोड़ के,
गोकुल छोड़ के.....
जमुना जी पे जाकर,
चीर चुराते हो,
चुराते हो,
चीर चुराकर के,
तुम घर वापस आते हो,
देवकी के लाला,
यसोदा ने पाला,
रोती हैं सखियाँ सारे,
रोते हैं ग्वाला,
ओ कान्हां, ओ कान्हां,
जाना नहीं,
गोकुल छोड़ के,
गोकुल छोड़ के……
मधुवन में तुम जाकर,
गाय चराते हो,
चराते हो,
गाय चराके के
घर वापस आते हो,
देवकी के लाला,
यसोदा ने पाला,
रोती हैं सखियाँ सारे,
रोते हैं ग्वाला,
ओ कान्हां, ओ कान्हां,
जाना नहीं,
गोकुल छोड़ के,
गोकुल छोड़ के…….
ओ कान्हां, ओ कान्हां,
जाना नहीं,
गोकुल छोड़ के,
गोकुल छोड़ के,
बृजवासी सारे रोये,
ओ नंदलाला,
रोती हैं सखियाँ और,
रोरे हैं ग्वाला,
ओ कान्हां, ओ कान्हां,
जाना नहीं,
गोकुल छोड़ के,
गोकुल छोड़ के……..