तेरे चलाये से चले,
नैया गरीब की,
तूने बदल दी है,
मेरी रेखा नसीब की,
तेरे चलाये से चले,
नैया गरीब की,
तूने बदल दी है,
मेरी रेखा नसीब की......
आया जो तेरे दर पे मैं,
एहसान है तेरा,
किस्मत बनाना भक्तों की,
बस काम है तेरा,
तेरे ही हाथों सौंप दी,
हम ने ये जिन्दगी,
तेरे चलाये से चले,
नैया गरीब की,
तेरे चलाये से चले,
नैया गरीब की,
तूने बदल दी है,
मेरी रेखा नसीब की......
हंसता चहकता घर मेरा,
तुने ही तो दिया,
औकात ही ना थी मेरी,
तुने बना दिया,
दरबार में तेरे ये सिर,
झुकता यूं ही नहीं,
तेरे चलाये से चले,
नैया गरीब की,
तूने बदल दी है,
मेरी रेखा नसीब की......
तेरी कृपा ना होती तो,
कैसे ये घर चलाते,
तेरी दया बिना पवन,
बच्चों को क्या खिलाते,
मुझे आज भी फिक्र नहीं,
कल भी फिक्र नहीं,
तेरे चलाये से चले,
नैया गरीब की,
तूने बदल दी है,
मेरी रेखा नसीब की......