दर का बना लो मुझे सेवादार,
दर का बना लो मुझे सेवादार,
दुनिया से में हार गया हूं,
मतलब का है ये संसार....
इस दुनिया में स्वर्ग से सुन्दर,
खाटू नगरी श्याम का मन्दिर,
चरणो की मुझे सेवा दे दो,
ये ही मेरा धन अपार,
दर का बना लो मुझे सेवादार.....
जग वालो ने ठुकराया है,
मेरा मन ये घबराया है,
बांह पकड़ लो अब तो आकर,
तुम ही सच्ची हो सरकार,
दर का बना लो मुझे सेवादार....
खाटू नगरी अब मैं रहूंगा,
सेवा सुबह शाम करूंगा,
मुझे रोज तेरा दर्शन होगा,
करदो बस इतना उपकार,
दर का बना लो मुझे सेवादार....
सिंगला को तुम अब तो संभालो,
दर पे पड़ा है चरणी लगा लो,
चरणो में तेरे पड़ा रहूंगा,
जब तक दोगे सांस उधार,
दर का बना लो मुझे सेवादार.....