नमो नारायण नमो नारायण नमो नारायण रटता जा,
ॐ हरि ॐ हरि ॐ हरि ॐ हरि ॐ ॐ हरि ॐ हरि जपता जा......
नारायण वैकुंठ पति है, गल वैजंती माला है,
चरण कमल से गंगा निकली, चरणामृत को लेता जा,
नमो नारायण नमो नारायण नमो नारायण रटता जा......
तुलसी पत्र से भोग लगत है, शेष नाग की शैय्या है,
गरुड़ की असवारी सोहे, लक्ष्मी नाथ को रटता जा,
नमो नारायण नमो नारायण नमो नारायण रटता जा......
देवो को अमृत रस पाया, लीला अपरंपार तेरी,
मोहिनी रूप बनाया हरि ने, लीलाधर को रटता जा,
नमो नारायण नमो नारायण नमो नारायण रटता जा......
भागवत थारी महिमा गावे, गावे नर और नारी है,
ऐसे दीन दयाल मेरे दाता, नारायण को भजता जा,
नमो नारायण नमो नारायण नमो नारायण रटता जा......
स्वरचित- पंडित ओमप्रकाश जी शास्त्री