चिकनी मिट्टी से बनाये भोलेनाथ चढ़ाऊँ लोटा जल भर के……
पहना वचन माँगा माँ सीता ने,
मुझे मिली कौशल्या जैसी सास ससुर राजा दशरथ से,
चिकनी मिट्टी से बनाये भोलेनाथ चढ़ाऊँ लोटा जल भर के……
दूसरा वचन माँगा माँ सिया ने,
मुझे मिले भोले जैसे जेठ जेठानी गौरा मैया सी,
चिकनी मिट्टी से बनाये भोलेनाथ चढ़ाऊँ लोटा जल भर के…..
तीसरा वचन माँगा माँ सीता ने,
मुझे मिले पति श्री राम देवर लक्ष्मण जैसे,
चिकनी मिट्टी से बनाये भोलेनाथ चढ़ाऊँ लोटा जल भर के…..
चौथा वचन माँगा माँ सीता ने,
मुझे मिले भगत हनुमान पुत्र अंजनी लाल जैसे,
चिकनी मिट्टी से बनाये भोलेनाथ चढ़ाऊँ लोटा जल भर के…..