भोले बाबा तेरा मुस्कुराना,
भूल जाने के काबिल नहीं है,
रूप तेरा है ऐसा सलोना,
जो बताने के काबिल नहीं है......
माथे ते चंद्रमा जगमगाता,
सत्य का पथ जगत को दिखाता,
गंग की थार बहती जटा से,
जो बताने के काबिल नहीं है,
भोले बाबा तेरा मुस्कुराना..........
माथे पर तूने तिरपुण्ड धारा,
रूप तेरा लगे प्यारा प्यारा,
नाग सोहै गले में तुम्हारे,
जो बताने के काबिल नहीं है,
भोले बाबा तेरा मुस्कुराना..........
भस्म तन पे तुम्हारे लगी है,
सामने धूनी जग मग जगी है,
राजेंद्र मृगछाला तन पर लपेटे,
जो बताने के काबिल नहीं है,
भोले बाबा तेरा मुस्कुराना..........