तेरा दर्शन करके भोले हो गया मैं जोगिया,
तेरा दर्शन करके भोले हो गया मैं जोगिया,
अब शरण में ले लो बाबा,
अब शरण में ले लो भोले दुनिया है यह ढोंगिया……
मैं जो कीट पतंगा होता रहता तेरे साथ में,
मेरा जीवन कितना सुंदर रहता तेरे हाथ में,
ना भटकता ना तड़पता,
ना भटकता ना तड़पता माया के बाजार में,
तेरा दर्शन करके भोला हो गया मैं जोगिया.....
मानुस्का में जन्म भी पाकर ना समझा संसार को,
सब कुछ अपना समझ लिया है,
खो बैठा स्वाभिमान को,
जिसको अपना कहता है तू,
जिसको अपना कहता है तू वह धोखा दे जाएगा,
तेरा दर्शन करके भोले हो गया मैं तो जोगिया......