हे रुद्रदेव, देवो के देव,
महादेव तू शरण बुलाले रे,
है तुझसे ही उम्मेद मेरी,
मेरा जीवन पर लगा देरे……
परमपिता परमेश्वर,
है विधाता ईश्वर,
रखियो लाज मोरी,
नीलकंठ नागेश्वर,
ओ मोरा सोया भाग जगा देरे.......
हे गंगधार, हे मुक्ति द्वार,
हे ओंकार अविनाशी रे,
हो तेरी कृपा मुझ पर स्वामी,
मेरा बिगडा काम बना देरे......
भूतपिता ज्ञानेश्वर,
है दातार महेश्वर,
तीन लोक त्रिपुरारी,
अजन्मे तुम विश्वेश्वर,
ओ मेरी सूनी दुनिया बसा देरे........
मेरे महाकाल करूँ तेरा ध्यान,
भोले तू दरस दिखा देरे,
बरसेगी कृपा मझ पर स्वामी,
जब डमरू डम डम बाजेरे,
हे रुद्रदेव देवो के देव,
महादेव तू शरण बुला लेरे,
है तुझसे ही उम्मेद मेरी,
मेरा जीवन पर लगा देर.......