मैं तो गुँगुरु बांध के नाचू सांवरियां तेरे आगे सांवरिया तेरे आगे,
मैं तो गुंगरू बाँध के नाचू...
सब लोक लाज विषराऊ,
मैं तेरे ही गुण गाउ ऐसा प्रेम मगन हो नाचू सांवरिया तेरे आगे,
मैं तन मन तुझपर वारु और अपना जनम सुधारू,
मैं तो तेरे रंग में नाचू सांवरिया तेरे आगे,
मैं तो गुंगरू बाँध के नाचू...
नित तेरे दर्शन पाउ,
मोह माया दूर बगाउ,
मैं इस मन को ऐसा नाचू सांवरिया तेरे आगे,
मैं तो गुंगरू बाँध के नाचू...
नहीं और कोई है मेरा,
मुझे एक सहरा तेरा,
तेरे नाम की पत्तिया बाचु सांवरिया तेरे आगे,
मैं तो गुंगरू बाँध के नाचू...