कीर्तन में जी कीर्तन में आज तुम्हारे कीर्तन में,
रंग बरसे, रंग बरसे, हाँ रंग बरसे श्याम थारे कीर्तन में,
रंग बरसे......
सारे के सारो को न्योता था भेजा,
भक्त प्यारो को न्योता था भेजा,
आये वही जिनका मन तरसे, रंग बरसे,
रंग बरसे, रंग बरसे, हाँ रंग बरसे श्याम थारे कीर्तन में,
रंग बरसे......
बड़े भी आये है छोटे भी आये,
खरे भी आये हैं खोटे भी आये,
देने बाबा श्याम को पर्चे, रंग बरसे,
रंग बरसे, रंग बरसे, रंग बरसे श्याम थारे कीर्तन में,
रंग बरसे......