आया रे आया खाटू वाले का जन्मदिन आया रे आया,
लाया रे लाया खुशियां, मेरे बाबा का जन्मदिन आया रे.....
कार्तिक महीना आया करली भक्तो ने तैयारी,
खाटू नगरी में भी देखो धूम मची है भारी,
करली अर्जी मेरी स्वीकार, आया रे आया.....
माखन मिश्री मावे का हमने केक बनाया है,
खाटू में आकर के बाबा तुमको भोग लगाया,
करलो भोग मेरा स्वीकार, आया रे आया.....
कलयुग का तू देव निराला हारे का सहारा है,
जादू वाली मोरछड़ी का लगता झाड़ा प्यारा,
हो गई ‘तिलक’ की भी मौज, आया रे आया.....