खाटू श्याम मेरी नैया अब पार लगा देना
मैं दर पे आया बाबा मुझे पार लगा देना
दुनिया से ठोकर खा बाबा आस लगा ते है,
बिन मांगे सब मिलता जिन्हें बाबा बुलाते है
मैं दीन दुखी बाबा मुझे दर्श दिखा देना
मैं दर पे आया बाबा मुझे पार लगा देना
ना लौट के जाऊँगा बिना दर्शन के बाबा
दो बूंद सुधा रस की बाबा हम को पिला देना
खाटू श्याम मेरी नैया अब पार लगा देना
मैं दर पे आया बाबा मुझे पार लगा देना
ये मैंने सुना बाबा तुम बड़े चमतकारी हो ,
तुम्हे हरी का सहारा बाबा तुम शीश के दानी हो
तेरे चरणों की मैं धुल चरणों में जगा देना
मैं दर पे आया बाबा मुझे पार लगा देना