चारों दिशा खुशियाँ छाई भवानी मेरे अंगना में आई…….
जब मैया बागो में आई मालिन माँ को माला पहनाई,
मालिन की बिगड़ी बनाई भवानी मेरे अंगना में आई,
चारों दिशा खुशियाँ छाई भवानी मेरे अंगना में आई…….
जब मैया तालों पर आई घोबन ने माँ की चुनरी धुलाई,
घोबन की बिगड़ी बनाई भवानी मेरे अंगना में आई,
चारों दिशा खुशियाँ छाई भवानी मेरे अंगना में आई…….
जब मैया कुओं पे आई झिमरीन ने माँ की कलश भराई,
झिमरीन की बिगड़ी बनाई भवानी मेरे अंगना में आई,
चारों दिशा खुशियाँ छाई भवानी मेरे अंगना में आई…….
जब मैया महलों में आई मैंने माँ की चौकी सजाई,
माँ ने मेरी बिगड़ी बनाई भवानी मेरे अंगना में आई,
चारों दिशा खुशियाँ छाई भवानी मेरे अंगना में आई…….
जब मैया मंदिर में आई पंडित ने माँ की ज्योत जलाई,
पंडित बिगड़ी बनाई भवानी मेरे अंगना में आई,
चारों दिशा खुशियाँ छाई भवानी मेरे अंगना में आई…….
जब मैया कीर्तन में आई भक्तों ने माँ की भेटे लगाई,
भक्तों की बिगड़ी बनाई भवानी मेरे अंगना में आई,
चारों दिशा खुशियाँ छाई भवानी मेरे अंगना में आई…….