माँ का दर्शन जिसने पाया
उसने पाया अमृत फल
जय माता की कहता चल
जय माता की कहता चल
ऊँचें पहाड़ो वाली माता,
सबकी झोली भरती हैं
माँ चरणों में सबका हल
माँ चरणों मे सबका हल
जय........
ओ मन मूरख नाम सुमरले,
शेरा बाली माता का
तज कर पाप कपट और छल,
तज कर पाप कपट और छल
जय..........
शेरा बाली माता तेरे ,
सारे दुखड़े हर लेबेगी
जो जप लेगा पल दो पल ,
जो जप लेगा पल दो पल
जय......
माँ का रूप बसा कर मन में,
राजेंद्र जय माता की बोल
होंगे सारे काम सफल,
होंगे सारे काम सफल
जय........
गीतकार/गायक-राजेन्द्र प्रसाद सोनी