तुझ संग प्रीत लगाई कृष्णा,
कृष्णा कृष्णा ओ कान्हा,
कृष्ण कन्हैया कृष्ण कन्हैया,
तुझ संग प्रित लगाई कृष्णा,
कृष्णा कृष्णा ओ कान्हा ॥
श्यामा तूने दुखियों को,
गले से लगाया,
भोले भोले भक्तो को,
अपना बनाया,
दुख और कष्टों को,
पल में भगाया,
इसलिए हमको तू भाए कृष्णा,
कृष्णा कृष्णा ओ कान्हा,
तुझ संग प्रित लगाई कृष्णा,
कृष्णा कृष्णा ओ कान्हा॥
कान्हा तेरे दर पे जो,
माँगा मिला है,
सुनी सुनी गोद में,
फूल खिला है,
यहाँ चमत्कारों का,
अजब सिलसिला है,
तेरे लिए माखन मैं लाई कृष्णा,
कृष्णा कृष्णा ओ कान्हा,
तुझ संग प्रित लगाई कृष्णा,
कृष्णा कृष्णा ओ कान्हा॥
तुझ संग प्रीत लगाई कृष्णा,
कृष्णा कृष्णा ओ कान्हा,
कृष्ण कन्हैया कृष्ण कन्हैया,
तुझ संग प्रित लगाई कृष्णा,
कृष्णा कृष्णा ओ कान्हा॥