झूला धीरे से झूलाओ बनवारी,
अरे सावरिया……..
झुला झुलत मोरा जियरा डरत है,
लचके कदमिया की लारी,
अरे सावरिया…
झूला धीरे से झूलाओ बनवारी,
अरे सावरिया……
अगल बगल सब सखियाँ झुलत है,
बीचवा में झूले राधा प्यारी,
अरे सावरिया…
झूला धीरे से झूलाओ बनवारी,
अरे सावरिया……
राधे झूले कृष्ण झुलाए,
निर्खत सब नर नारी,
अरे सावरिया……
झूला धीरे से झूलाओ बनवारी,
अरे सावरिया……