तेरे दर्शन की ललक सांवरे लगाईं है,
अब तो आजा जान पे मेरी बन आई है……
मेरे गिरधर तेरा सहारा है,
रोती आँखों से पुकारा है,
मेरे दिल की तड़प को जानो तुम,
शरणागत हूँ मैं बात मानो तुम,
मेरे कान्हा ये प्यार की ससिवाई है,
अब तो आजा जान पे मेरी बन आई है,
तेरे दर्शन की ललक………..
मैंने आसन तेरा बनाया है,
इत्र फूलों से घर सजाया है,
दास निर्धन हुकुम ये है तेरा,
बिन तेरे कौन सांवरे मेरा,
देदो दर्शन की तेरे नाम की दुहाई है,
अब तो आजा जान पे मेरी बन आई है,
तेरे दर्शन की ललक………..