मेरे श्याम, बाबा श्याम,
मेरे श्याम, बाबा श्याम,
मैंने बाबा श्याम को लोगों की,
तकदीर बदलते देखा है,
मैंने बाबा श्याम को लोगों की,
तकदीर बदलते देखा है,
इसके भक्तों के जीवन की,
तस्वीर बदलते देखा है…….
सब लखदातार तुम्हें कहते,
पर बांटते रहे करोड़ों में,
इस गम की जगह पर,
खुशियों की जागीर,
बदलते देखा है,
इसके भक्तों के जीवन की,
तस्वीर बदलते देखा है…..
चाहे पंडित हो या अज्ञानी,
तुम सब पे कृपा करते हो,
नहीं ऊंच नीच की श्याम के दर,
तहरीर बदलते देखा है,
इसके भक्तों के जीवन की,
तस्वीर बदलते देखा है……
जिसने भी नाम पुकारा है,
मेरे श्याम ने दिया सहारा है,
जहां गम थे वहां पर खुशियों की,
तस्वीर बदलते देखा है,
इसके भक्तों के जीवन की,
तस्वीर बदलते देखा है…..
जब तक यह सूरज चांद रहे,
मेरे बाबा की सरकार चले,
राजा तुम ही हो दुनिया के,
ये वजीर बदलते देखा है,
इसके भक्तों के जीवन की,
तस्वीर बदलते देखा है…..
मैंने बाबा श्याम को लोगों की,
तकदीर बदलते देखा है,
तकदीर बदलते देखा है,
इसके भक्तों के जीवन की,
तस्वीर बदलते देखा है…..