प्रीत गुरा री भली रावलिया जोगी प्रीत गुरा री भली,
लागी ना लागी जारी भरम ना भागी ॥
सुरत शब्द में मिली रावलिया जोगी प्रीत गुरा री भली,
अडा रे उड़द बीच मडी बाजारां-॥
सोहम जोत जली रावलिया जोगी प्रीत गुरा री भली,
चेतन हुए नर सुमिरन करना-॥
तार सु तार मिली रावलिया जोगी प्रीत गुरा री भली,
चचंल नाथ शरने बाबो लुब नाथ बोले ॥
संगत संतो री भली रावलिया जोगी प्रीत गुरा री भली॥