ये कुञ्ज गली सँकरी सँकरी,
छुप गया कान्हाँ पकड़ी पकड़ी,
तेरी चोरी हो श्याम,
ढूँढा सारा गाँव हो, ढूँढा सारा गाँव हो,
ना श्याम मिले ना बाँसुरिया,
ना बाँसुरिया की मीठी तान हो,
ढूँढा सारा गाँव हो, ढूँढा सारा गाँव हो.....
तुझे पल पल चाहूँ तेरी शरण में आऊँ,
जो दिखे श्याम तो पगली हो जाऊँ,
तुझपे अर्पण, मेरे तन मन,
दिखे मुझको दर्पण दर्पण,
तेरी सूरत श्याम हो,
ढूँढा सारा गाँव हो, ढूँढा सारा गाँव हो.....
चाहे जहाँ भी जाऊँ तुझमे खो जाऊँ,
मेरे नटखट मोहन, तुझे भूल ना पाऊँ,
अब दूर करो मेरी उलझन,
पाऊँ तुमको हर जनम जनम,
मेरे घनश्याम हो,
ढूँढा सारा गाँव हो, ढूँढा सारा गाँव हो......
ये कुञ्ज गली सँकरी सँकरी,
छुप गया कान्हाँ पकड़ी पकड़ी,
तेरी चोरी हो श्याम,
ढूँढा सारा गाँव हो, ढूँढा सारा गाँव हो,
ना श्याम मिले ना बाँसुरिया,
ना बाँसुरिया की मीठी तान हो,
ढूँढा सारा गाँव हो, ढूँढा सारा गाँव हो......