श्यामल छवि सुख धाम को,
श्यामल छवि सुखधाम को,
भज रे मन, तू भज रे मन,
श्री राधे राधे श्याम को।
मोहक सरल मनोहर है वो,
शीतल धवल सरोवर है,
दर्शन कर ले कमल नयन के,
बन पंकज बृज धाम को
भज रे मन, तू भज रे मन,
श्री राधे राधे श्याम को।
यशोदा कंत नन्द के नंदन,
जय गोपालक जय यदु नंदन,
कुंज गलिन के कुञ्ज बिहारी,
सुख सागर सुख धाम को,
भज रे मन, तू भज रे मन,
श्री राधे राधे श्याम को।
जय मनमोहन जय गिरधारी,
जय मुरली धर कृष्ण मुरारी,
जय जय जय श्री नटवर नागर,
सकल मनोरथ नाम को
भज रे मन, तू भज रे मन,
श्री राधे राधे श्याम को।