सांवरिया थाणे रंग में रंग दे सा जी थारे भर भर के मारा मैं रंग की पिचकारी,
डपली पर थाणे नाच नचावा जी,
पग घुंगरू बाँध के पाँव सांवरियां गिरधारी,
मन चाही था से घुमर घुमा छा जी
वनवारी भज्वा श्याम मीठी सी बांसुरी
सांवरियां आपा होली तो खेला से