भवसागर में चलता फिरता,
गिरता पड़ता थक हारा हु मै,
भली भांति सभी फल चाख चुका,
प्रभु चाहता हु इससे छुटकारा मै,
सब ओर होक निराश प्रभु,
तकता अब तेरा सहारा हु मै,
प्रभु मारो या तारो करो कुछ भी,
सभी भांति सदैव तुम्हारा हु मै.......
दिल खो गया दिल खो गया,
बांके बिहारी श्री वृन्दावन में,
हाय मेरा दिल खो गया,
दिल खो गया दिल खो गया.....
यहाँ यमुना किनारा है,
श्री निधिवन प्यारा है,
कण-कण में बिहारी जी,
यहाँ तेरा नजारा है,
दिल खो गया दिल खो गया,
बाँके बिहारी श्री वृन्दावन में,
हाय मेरा दिल खो गया......
होता नित रास यहाँ,
संतो का वास यहाँ,
सदा भाव और भक्ति का,
होता अहसास यहाँ,
दिल खो गया दिल खो गया,
बाँके बिहारी श्री वृन्दावन में,
हाय मेरा दिल खो गया......
देखा जब से तुमको,
मैं हो गया दीवाना,
नहीं होश रहा कोई,
हुआ खुद से बेग़ाना,
दिल खो गया दिल खो गया,
बाँके बिहारी श्री वृन्दावन में,
हाय मेरा दिल खो गया.......
कहे चित्र विचित्र प्यारे,
कभी दिल से ना बिसराना,
पागल बस तेरा है,
हर जनम में अपनाना,
दिल खो गया दिल खो गया,
बाँके बिहारी श्री वृन्दावन में,
हाय मेरा दिल खो गया.....
बांके बिहारी श्री वृन्दावन में,
हाये मेरा दिल खो गया,
दिल खो गया दिल खो गया......