आओ मेरी गली मेरे श्याम,
मै बुहे खड़ी वाजा मारदी,
मेरा रख ले तु कमली दा मान,
मै बुहे खड़ी वाजा मारदी......
मार मार वाजा मेरी थक गई जुबान वे,
आजा मेरे प्यारे मै ता हो गई परेशान वे,
सुना दे मुरली दी मीठी मीठी तान,
मै बुहे खड़ी वाजा मारदी......
राह तेरीया दे विच अखिया बिछाईया मै,
छड्ड के जहान रिझा तेरे नाल लाइया मै,
साडी तेरे नाल सोहनया शान,
मै बुहे खड़ी वाजा मारदी......
तेरे बिना श्यामा मन होया उदास जी,
वेहड़े वल छड़ करा वृन्दावन वास जी,
तेरी संगत दी तेरे हाथ जान,
मै बुहे खड़ी वाजा मारदी......