तेरे प्रीत से सिंचित है ये मेरा जीवन प्राण,
शाश्वत निर्मल निर्झर है ममता का दूजा नाम,
तेरी महिमा तो जग में सबसे महान,
तुझे पाके जाना मुझको मिला वो भगवान......
सागर से भी गहरा तेरा प्रेम है अम्बर से भी उन्नत है,
चंदा और सूरज से स्वामी प्रेम तेरा हाँ उज्ज्वल है,
तेरे आशीष के जल में नित चलती है मेरी नाव,
तुम ही तो आकाश बनके करते उसपर छाँव,
तेरी महिमा तो जग में सबसे महान,
तुझे पाके जाना मुझको मिला वो भगवान......
इदन्न मम का तेरा व्यवहार है कर्मठता के मूरत है,
जीवन ये तेरा समदर्शी गंगा से भी पावन है,
अन्धियारी गलियों में लाई नई भोर करुणा की तेरी किरणें,
दर्शन से तेरे स्वामी हर्षित मन हैं सबके,
तेरी महिमा तो जग में सबसे महान,
तुझे पाके जाना मुझको मिला वो भगवान्.....