जय हो मां गौरा के नंदन,
गणपती प्रथम मनाऊं मैं,
आज राम गुण गाऊँ मैं.....
सिर पर मुकुट कान में कुंडल,
माथे पर सोहै ही शुभ चंदन,
लाल नयन दीखे अति प्यारे,
रूप देख हरसाऊ मैं,
आज राम गुण गाऊँ मैं.....
रूप चतुर्भुज और विशाला,
कंठ में सोहे मोतियन माला,
मोदक प्रिय बुध मंगल दाता,
चरण कमल चित् लाऊं मैं,
आज राम गुण गाऊँ मैं.....
लंबोदर तुम मूसा वारे,
एक हाथ में परसू धारे,
विघ्न हरण गोरा के नंदन,
राजेंद्र शीश झुकाऊं मैं,
आज राम गुण गाऊँ मैं.....
गीतकार गायक राजेंद्र प्रसाद सोनी