शिर्डी के साईं भगत के रखवाले,
भक्तों की बिगड़ी संवारने वाले,
शिर्डी के साईं.......
द्वार पे बाबा के जो भी आया,
मुंह मांगा वर उसने ही पाया,
सबके संकट को हैं हरनेवाले,
शिर्डी के साईं..........
जीवन के नए नए रास्ते दिखाए,
दुखियों को ये शरण में लगाए,
सबका साथ निभाते मेरे शिर्डीवाले,
शिर्डी के साईं........
अपनी कृपा तुमने सदा बरसाई,
"लाडली" की बारी बाबा देर क्यूं लगाई,
मेरे साईं मुझको शरण में लगाले,
शिर्डी के साईं.........