आके देखो हाल मेरा, श्यामधनी प्रभुवर-2
जा रहा हूँ मैं फिसलता, जैसे रेत पर-2
आके......
इस जीवन का है मेरा सपना, दास बनू मैं तेरा-2
सब कुछ मैने 'दांव' पे रखा, हो जाऊं बस तेरा-2
और ना लो अब मेरी परीक्षा, ओ मेरे दिलबर,
आके......
फँस गया हूँ मैं बीच 'भंवर' में,तू पतवार उठाले-2
तेरे बिना मेरा और ना कोई,आकर मुझे बचाले-2
मेरी तू भी नहीं लेगा तो फिर,कौन लेगा खबर,
आके......
बीत रहा है पल पल मेरा, कैसे "श्याम" तू जाने-2
देने लग' गये अब तो मुझको,जग वाले भी ताने-2
संजय को तुम गले लगा लो,तुमपे है वो निर्भर,
आके.......