प्रभु के चरणों से घर सच्चा प्यार किसी को हो जाये।
दो चार सहर की बात ही क्या संसार उसी का हो जाये।।
रावण ने राम से बैर किया उसे अब भी जलाया जाता है,
बन भक्त विभीषण शरण गए घर बार उसी का हो जाए,
प्रभु के चरणों............।
गणिका ने कौन से वेद पढे, कुब्जा क्या रूप की रानी थी,
जिसमे छल कपट का लेश नहीं, घनश्याम उसी का हो जाए,
प्रभु के चरणों............।
माया के पुजारी सुन लो तुम उस प्रेम दीवानी मीरा से,
गर प्रेम हो मीरा सा मन में मोहन तेरा भी हो जाए,
प्रभु के चरणों...........।