राम जपो जी ऐसे ऐसे,
ध्रव प्रलाह्द जपियो हर जैसे,
राम जपो जी ऐसे ऐसे,
दीं दयाल भरोसे तेरे,
सब परिवार चढ़ाया बेड़े,
राम जपो जी ऐसे ऐसे..
जा तिश भावे ता हुकम मनावे,
इस बेड़े को पार लगावे,
राम जपो जी ऐसे ऐसे
गुरु प्रसाद ऐसी भुध समानी,
चूक गई फिर आवन जानी,
राम जपो जी ऐसे ऐसे
कहो कबीर भज सरिग पानी,
उरवार पार सब एको दानी,
राम जपो जी ऐसे ऐसे