मैं थारा दर आवा जी
में भोले नू मनावा जी
तू कर बेड़ा पार मेरा
रहेगा उपकार तेरा
तू ही तो संसार मेरा
में थारा दर आवा जी
में भोले नू मनावा जी
जब भी तेरे दर पे आया तूने गले से लगाया
मेरे दुख डर ओर भरम को पल में दूर भगाया
सूनले मेरी ।।। इतनी दुआ करदे इशारा
तू कर बेड़ा पार मेरा
रहेगा उपकर तेरा तू ही तो संसार मेरा
में थारा दर आवा जी
उज्जैन नगरी शिप्रा तीरथ जग में सबसे प्यारा
अब क्या डरना इस दुनिया से जब है साथ तुम्हारा
सूनले मेरी ।।। इतनी दुआ करदे इशारा
तू कर बेड़ा पार मेरा
रहेगा उपकर तेरा तू ही तो संसार मेरा
में थारा दर आवा जी