कावड़ियाँ जप बम बम शंकर महादेव से कोई न बढ़ कर,
बम बम भोले शिव की महिमा गा कर डोले,
पावन गंगा जल ले कर के शिव सच्चे मन से जपले,
ये गंगा जल दूर से लाये भक्ति भाव से शिव के चढ़ाये,
बम बम शंकर महादेव से कोई न बढ़ कर,
शिव की भगति पाप मिटाये प्राणी शिव की शरण में आये,
यम की दृस्टि ना ऊपर आये शिव भव सागर पार करवाये,
विश्वव् नाथ शिव है विशवंदर महादेव से कोई न बढ़ कर,
कावड़ियाँ जप बम बम शंकर महादेव से कोई न बढ़ कर,