शिव कैलाशी मेरा दिल ले गया
जाते जाते अपना आशीष दे गया
मेरे भोले बाबा की यही है निशानी
सिर पे जटा और गंगा महारानी
गंगा जी की धारा से वो पाप धो गया
जाते जाते अपना आशीष दे गया
शिव कैलाशी मेरा दिल ले गया
जाते जाते अपना आशीष दे गया
मेरे भोले बाबा की यही है निशानी
माथे पे चंदा और ऑख मसतानी
चांदनी से जीवन मेरा रोशन कर गया
जाते जाते अपना आशीष दे गया
शिव कैलाशी मेरा दिल ले गया
जाते जाते अपना आशीष दे गया
मेरे भोले बाबा की यही है निशानी
गले में नाग और चाल मसतानी
नागों की लहरों में वो दर्शन दे गया
जाते जाते अपना आशीष दे गया
शिव कैलाशी मेरा दिल ले गया
जाते जाते अपना आशीष दे गया
मेरे भोले बाबा की यही है निशानी
हाथों में डमरू और गौरा महारानी
अटल सुहाग भोले बाबा दे गया
जाते जाते अपना आशीष दे गया