महाराजा अग्रसैन भजन
(तर्ज़ :- तू किरपा कर बाबा)
तेरे आचरण को ही - हमने अपनाया है
ये दान धर्म करना - हमें तुमने सिखाया है....
1) एक रुपया और और एक ईंट - सिद्धांत बनाया था
सब एक समान जग में - संदेश फैलाया था
इस अग्रवंश का जग में - तूने नाम बढ़ाया है....
2) माता महा लक्ष्मी ने - तुम्हे बेटा मान लिया
तेरे कुल पर मेरी कृपा रहे - ऐसा वरदान दिया
वरदान के कारण ही - सौभाग्य ये पाया है....
3) बस एक तमन्ना है - जब फिर से जन्म मीले
इस अग्रवंश में ही - हम बनकर फूल खिले
अब तक जीवन जैसे - सेवा में बिताया है.....
4) राजेंद्र अग्रवाल बस इतनी - आस करे
कुण्डली में धाम बने - जो हम प्रयास करें
प्रिंस जैन ने भजनों का - एक हार बनाया है.....
भजन गायक व लेखक - प्रिंस शुभम नरेला