आरती बंसी वाले की साफ मन तन के काले की।
आप मथुरा में जन्माएं, पिता ले गोकुल में आए।।
छवि है नंद के लाले की, साफ मन तन के काले की।।
आरती बंसी वाले की साफ मन तन के काले की…
चेराई गौ यमुना तट पे, मुरलिया नित् बाजी वट पे।
छवि गउओं के ग्वाले की, साफ मन तन के काले की।।
आरती बंसी वाले की ……
मारे दिए जरासंध शिशुपाल, कंस पापी का कर दिया काल।
आरती जग रखवाले की, साफ मन तन के काले की।।
आरती बंसी वाले की……
शरण में आया है रामपाल, श्याम मेरा भी करना ख्याल।
लाज रख गाने वाले की, साफ मन तन के काले की।।
आरती बंसी वाले की …….