ऐसा चढ़ गया, श्याम का रंग,
मैं तो हो गया मस्त मलंग.....
श्याम ने तन मन में रंग डाल दिया,
अपने रंग में रंग डाला,
कहती है दुनिया मुझे,
ये तो है श्याम वाला,
श्याम के, श्याम के होके संग,
मैं तो हो गया मस्त मलंग.....
भगतो को ऐसा करिश्मा साई ने ऐसा दिखाया,
सापो को भी श्याम सुंदर ने, फूलो की माला बनाया,
सब देख के, सब देख के हो गए दंग,
मैं तो हो गया मस्त मलंग.....
श्याम ने ऐसी पिलाई, देता है दिल ये दुहाई,
श्याम से जाम मिला है, क्या खूब ये किस्मत पायी,
अब रंग में, अब रंग में ना डालो भंग,
मैं तो हो गया मस्त मलंग.....