नाम श्याम का ले लिया
सर्वेश्वर अब सांवरिया...
खाटू का मंदिर है प्यारा
रहता जहां हारे का सहारा..
तर्ज: बोल दो मीठे बोल सोनिये
आया जहां से हार सांवरे, खोल दया के द्वार सँवारे-2
जीवन है मझधार सांवरे, थाम ले तू पतवार सांवरे ।
आया जहां से हार सांवरे, खोल दया के द्वार सांवरे
दुखिया तेरे द्वार खड़ा है, जल्दी आओ, न देर लगाओ-2
जादू भरी यह मोर छड़ी, सर पर लहराओ, मेरे सांवरे,
कर मेरा उद्धार सांवरे, थाम ले तू पतवार सांवरे ।
आया जहां से हार सांवरे, खोल दया के द्वार सांवरे ।।
श्याम तुम्हारे चरणों मे, अपनी आंखों से, कुछ बूंद चढ़ाऊँ-2
मैं निर्धन धनवान है तू, क्या भेंट चढ़ाऊँ । मेरे सांवरे ।
कर मुझपे उपकार सांवरे, थाम ले तू पतवार सांवरे ।
आया जहां से हार सांवरे, खोल दया के द्वार सांवरे ।।
हमने सुना खाटू वाले तू, सबकी बिगड़ी, तकदीर बनाये-2
करके भरोसा हम भी है फरियाद लगाये । मेरे सांवरे ।
विष्णु हुआ लाचार सांवरे, थाम ले तू पतवार सांवरे ।
आया जहां से हार सांवरे, खोल दया के द्वार सांवरे ।।
लेखक: विष्णु कुमार सोनी, कानपुर