खाटू श्याम हमारा है,
सदा ही सुमिरन तुम्हरा गाये,
कभी भी हम न तुम्हे भुलाये,
तेरी शरण से न दूर जाए,
कभी भी हम न तुम्हे भुलाये,
खाटू श्याम हमारा है
तेरे उजाले अँधेरे तेरे तेरे है कांटे है फूल तेरे,
जो हम को बक्शो हम वो ही पाये,
कभी भी हम न तुम्हे भुलाये,
खाटू श्याम हमारा है
न राह है ऐसी चुने जो राहे,
गुनाह तलक जो हमको लेके जाए,
सदा गुनाह ऐसे हमे बचाये,
कभी भी हम न तुम्हे भुलाये,
खाटू श्याम हमारा है
भरोसा तुम पर रखे सदा ही,
कभी भरोसा न ढ़ग मगाये,
जो मन में ब्र्हम हो उसे मिटाये,
कभी भी हम न तुम्हे भुलाये,
खाटू श्याम हमारा है
तुम्हारी मर्जी से चलता है सब,
तुम्हारे वश में है सांसे सब की,
मिटा दो कर्मो की सब भलाये,
मिटा दो कर्मो की सब भलाये,
कभी भी हम न तुम्हे भुलाये,
खाटू श्याम हमारा है