श्याम सरकार सांवरिया,
भगत के घर भी आ जाओ,
दीनबंधु कहाते हो,
मान मेरा बड़ा जाओ
श्याम सरकार सांवरिया………
सहारे से तेरे मेरा, मेरा परिवार पलता है,
तेरा ही नाम लेकर के, गुजरा मेरा चलता है,
और कुछ में नहीं मांगू, मुझे अपना बना जाओ,
श्याम सरकार सांवरिया…………
मैं निर्धन हूँ, मैं निर्बल हूँ, नही कुछ पास में मेरे,
जो आँसू आँख से निकले, समर्पित चरणों में तेरे,
यहाँ जो रूखा सूखा है, भोग इसका लगा जाओ,
श्याम सरकार सांवरिया…………
तेरे आधीन हूँ बाबा, एक बस तुझको ही मानू,
ज्ञान भक्ति हवन पूजा, ये सब कुछ में नही जानू,
तुम्ही आधार हूँ बाबा, गिरा हूँ मैं उठा जाओ,
श्याम सरकार सांवरिया…………
टेर सुनके तुम आओगे, मेरा विश्वास सच्चा है,
जमाने का भरोसा क्या, तेरा दीदार अच्छा है,
अरज सुन श्याम भूलन की, छवि अपनी दिखा जाओ,
श्याम सरकार सांवरिया…………