जाने दे रे कान्हा ना कर मोहे तंग,
मैं ना खेलू होली ओ कान्हा तेरे संग,
अरे मैं ना खेलू होली ओ कान्हा तेरे संग,
पिछले बरस की होली याद है सबको ,
कितना सताया कान्हा तूने मुझको,
फिर से ले आया तू होली के वोही रंग ,
मैं ना खेलू होली ओ कान्हा तेरे संग,
अरे मैं ना खेलू होली ओ कान्हा तेरे संग,
अब ना चलेगा तेरा कोई बहाना,
दूर ही रहना मेरे पास ना आना,
पास आके कान्हा ना छूना मेरा अंग ,
मैं ना खेलू होली ओ कान्हा तेरे संग,
अरे मैं ना खेलू होली ओ कान्हा तेरे संग,
कैसे मैं जाने दूं तुझको गोरी,
कैसे मैं छोड़ू तेरी चुनर कोरी,
कोरी तेरी चुनर पे लगाऊं आज रंग,
मैं तो खेलू होली ओ राधा तेरे संग,
अरे मैं तो खेलू होली ओ राधा तेरे संग,
Bhajan Lyrics - Jay Prakash Verma, Indore