बैठा खाटू में भाई मेरा लाडला, मेरा पल पल रखता ख्याल है
जाके राखी मैं बांधू बड़े चाव से, खूब दिल से सजाया मैने थाल है
मेरे मन की सब बातों की उसको खबर हो जाती है
मेरे जीवन के सुख दुख में बस एक वो ही साथी है
बिना मांगे ही देता दिल खोलके, जाने कैसे वो करता कमाल है
जाके राखी...
सारी दुनिया मांगने जाती मैं तो मिलने जाती हूं
हैरत की है बात यही मैं खाली हाथ न आती हूं
कोई दानी ना मेरे भाई श्याम सा, सारी दुनिया में कायम मिसाल है
जाके राखी...
इक दिन बिल्कुल टूट गई मैं कोई चीज़ न भाती है
सपने में आकर के कहता बहना क्यों घबराती है
चाहे कितनी हों भारी मुसीबतें, वो तो चुटकी में लेता सम्भाल है
जाके राखी...
कोई नहीं मेरे भाई जैसा वो तो मेरी जान है
वो ही मेरी सारी दुनिया,वो मेरी पहचान है
वारी जाऊं मैं लाडले श्याम के, जिसने सारे ही काटे जंजाल है
जाके राखी...
गायक: देवी दयाल शर्मा 9729682982 लेखक: रमेश मित्तल