सावन आयो रे भोले बाबा सावन आयो रे ,
पूजन था लेकर में थारा मंदिर आयो रे ,
सावन आयो रे.........
झूम झूम के मेघा बरसे, पूजन को मेरा मन तरसे
सच्ची लग्न में हिवड़ा हरषे, ले कावड़ निकला मैं घर से
महाकाल कृपा से काल भी ,-2 रोक न पायो रे......
सावन आयो रे........
बम-बम गांऊँ बाबा तुमको मनाऊं भांग धतूरा और दूध चढ़ाऊँ ,
केसर चंदन तिलक लगाऊँ , रूप नीरखूँ बाबा सब सुख पाऊँ ,
थारी भक्ति सेवा से म्हारो ,-2 मन भरमायो रे......
सावन आयो रे......
करूणाकर करुणा बरसाओ दास को अब तो दर्शन दिखाओ ,
विनती मेरी ना ठुकराओ , मुझको बाबा गले से लगाओ ,
थारी शोभा देखके सबरो ,-2 मन हरषायो रे......
सावन आयो रे...........