मेरी बिगड़ी बना दे माँ दो आंचल की अपनी छा,
करदो जरा दया मेरी माँ लाखो को तूने तारा डुबो को है उबारा,
करदो जरा दया मेरी....
करू गुणगान तुम्हारा सदा मैं झुककर दाती,
समय की लहरों में भी जगे विश्वास की बाती,
मेहरावली मेहरा करदे शक्ति भगती का माँ वर दे,
करदो जरा दया मेरी.......
दरारे नसीब में मेरे मरमत इनकी करदे झुकाया दर पे तेरे सिर कर्म अब तो कुछ करदे,
मेरी दाती दे सहारा बच्चे ने है पुकारा,
करदो जरा दया मेरी..........
सहारे झूठे जहां के सचा है नाम तुम्हारा,
लगाई आस है मैंने ना छुटे नाम तुम्हारा,
तेरे पद से मैं भटकू पत्थर सा मैं न चट्कू,
करदो जरा दया मेरी