लाली लाली चुनरी ले ले ओ फीता संग में मुंद्री ले ले ना,
नवरात्र माँ मैया जीके करले ओ सिंगारी नवरात्र माँ,
माथबर टिकली, आखिबर काजल,
गरबर ले ले हार वो,
जइसन मन तोर लगे ओ दीदी अपना,
मन के बीमार ओ ,
रेशम धागा सूत्री लेले ओ आनी बानी मुंद्री लेले ना
नवरात्र माँ........
कानबर खिनवा नागबर फुल्ली,
लेले ना ओ दीदी सीता,
लाली लाली महू रँगी रखेहव लेले ना ओ दीदी घिता,
थबर चुरी लेले ओ पावबर पैरी लेले ना ,
नवरात्र माँ......
पावन परब नवरात्र के सुघर लगे हवे मेला,
आरती थाली में सुघर सगाके,
चघाले नारियल के भेला,
माया करही माता सर्वेश्वरी दया करही माता दुर्गेश्वरी ओ
नवरात्र माँ.........