श्याम बाबा श्याम बाबा तेरे पास आया हु,
चरणों में तेरे अरदास लाया हु,
सचा है दरबार तुम्हारा संकट काटो हमारा,
जब जब भीड़ पड़ी भगतन पर दाता नंगे पाओ पधारा,
दुःख हरना मेरे दुःख हरना येही आस लाया हु,
चरणों में तेरे अरदास .........
दीन दयाल दया के सागर फिर क्यों खाली मेरी गागर,
बनती मेरी तुम सुन लेना श्याम मुरारी हे नटनागर,
भर देना झोली भर देना तेरा गुण गान गाया हु,
चरणों में तेरे अरदास .....
जब फागुन का महिना आये हम को भुलाना होगा,
मैं मारू गा भर पिचकारी तुम को रंग लगाना होगा,
खेलु गा होली खेलु गा रंग गुलाल लाया हु,
चरणों में तेरे अरदास .....
जब जब तेरी याद सताए श्याम सुंदर नैनो में पाए,
मत्री दत्त यही कामना सारा जग सुखी हो जाए,
कर देना बाबा कर देना तेरा गुण गान गया हु,
चरणों में तेरे अरदास .....