सुबह सुबह जब मेरी आंखे खुलती है आँखों के सामने बस आरती घुमती है,
तेरे इतर की खुशबू से ये दुनिया महक ती है,
सिंगार सुंदर सजा हुआ होता है,
प्रेमियों से मंदिर भरा हुआ होता है,
प्रेमी के दिल की बात कानो में गूंजती है,
सुबह सुबह जब मेरी आंखे.......
एक एक प्रेमी का काम बने गा,
थोरा धीर रखना सबका जीवन सजे गा,
जजों खाटू आते है उन्हें दुनिया ढूंड ती है,
सुबह सुबह जब मेरी आंखे.....
गमंद ना बहाता पाखंड ना बहाता,
कोई भी कन्हिया बाकी खाली ना जाता,
हारे का सहारा है ये दुनिया जानती है,
सुबह सुबह जब मेरी आंखे