पागल हुए है सारे सूरत पे तेरी प्यारे,
नैना ये मोटे मोटे सुंदर बड़े कजरार रे,
होठो पे लगी लाली कानो में चमके वाली,
मुरली मधुर बजाये चाल चले मतवाली,
नटखट नटवर नागर आज याहा पर पधारे,
पागल हुए है सारे सूरत....
नैनो का मैं ता पगल अधरों का मैं तो पागल,
छोटे छोटे हाथो में लगे है मेहँदी प्यारी,
तो हस हस के सबको देखे तीन बाण का धारी,
लीला अजब रचाए सबके ये है दुलारे,
पागल हुए है सारे सूरत ......
हर दध्कन में तू ढकता सांसो में मेरी बस ता,
तेरे सिवा न कोई आँखों को मेरी जच ता,
वो अलबेला मेरा श्याम है दिल में मेरे संवारे,
पागल हुए है सारे सूरत .......
अधरों का मैं तो पागल कुंडल का मैं तो पागल,
कान्हा का मैं तो पागल मेरे श्याम का,