छोटी सी ये अर्जी हम करते है सरकार
तेरे जन्म दिवस से पेहले तेरा खुल जाए दरबार
नियम ये हमारा बाबा टूट न जाए
कार्तिक ग्यारस हम से छुट न जाए,
बाहरा महीना करते इस दिन का इन्तजार
तेरे जन्म दिवस से पेहले तेरा खुल जाए दरबार
बड़ा ही जरुरी है ये चाहू न खोना
प्रगत हुआ था मेरा संवारा सलोना
चारो और वधाई बांटे है ये संसार,
तेरे जन्म दिवस से पेहले तेरा खुल जाए दरबार
अपने जन्म दिन पे ही तोफा ये देगा
कार्तिक ग्यारस पे ही ये दर ये खुलेगा
कहे सचिन ये सब से ना करना तू इनकार
तेरे जन्म दिवस से पेहले तेरा खुल जाए दरबार