हम तो दुनिया को भी, तब से प्यारे हुए ।
जब से हम श्याम, तेरे सहारे हुए।।
पहले दुनिया ने मुझको, सताया बहुत, ।
ठोकरे राहों में भी, मैं खाया बहुत । ।
मेरी तकदीर थी, तेरा दर मिल गया ।
तुमने प्रेम को, मेरे निभाया बहुत ।
हम तुम्हारे हुए, तुम हमारे हुए ।
हम तो दुनिया को भी, तब से प्यारे हुए ।।
कांटो की राह से, अब गुजरता नही ।
फिक्र दुनियां की, कोई भी करता नही ।
खिलखिलाती हुई, अब जियूँ जिंदगी ।
मैं तो अब मौत से, भी हूँ डरता नही ।।
श्याम बाबा के, जब से नजारे हुए ।
हम तो दुनिया को भी, तब से प्यारे हुए ।।
विष्णु विनती यही, अब कहे सांवरे ।
तेरे भजनों की गंगा बहे सांवरे ।।
अपने खाटू में थोड़ी जगह दीजिये ।
तेरे चरणों मे जीवन, रहे सांवरे । ।
तेरे दीवाने, दुनिया मे सारे हुए ।
हम तो दुनिया को भी, तब से प्यारे हुए ।।