जहान ने वो दिए है गम कभी सुख से न सोये है,
लबो पे आ गया है दम शूल इतने चुबोये है,
ये छपन भोग ये माखन आपको अब न बहाते है,
अगर खाते है तो केवल तरस आप ही खाते है,
गरीबो के दुःख तुमने तरस खाके ही दोए है,
लवो में आ गया है दम शूल इतने चुबोये है,
जहान ने वो दिए है गम ....
अगर तेरी दया ना हो गुजारा हो नही सकता,
हितेशी आप सा कोई हमारा हो नही सकता,
भूलता है जो तुम को भुला माया में खोये है,
लवो में आ गया है दम शूल इतने चुबोये है,
जहान ने वो दिए है गम ....
दया की भीख मांगी थी मिली ये मेहरबानी है,
ख़ुशी दुनिया की आँखों में मेरी आँखों में पानी है,
गजे सिंह रुक गया होगी क्यों यु नैना भिगोये है,
लवो में आ गया है दम शूल इतने चुबोये है,
जहान ने वो दिए है गम ....